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The Mysterious Phone Mix-up: A Tale of Friendship and Playful Deception

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14m 53sFebruary 23, 2024

The Mysterious Phone Mix-up: A Tale of Friendship and Playful Deception

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  • मुंबई, शहर के बीपीबी सागर किनारे, रात के चोटिले हिस्से में रवि को एक फोन मिला। वह यह सोचकर खुश हुआ कि वह अपना फोन खो बैठा था, लेकिन जैसे ही उसने फोन चालू किया, उसे राधा के वालपेपर की पहचान हुई। उसने तुरंत सोचा कि वह अपने मित्र राधा के फोन को वापस करेगा, लेकिन उसे अमित का एक मेसेज मिला - "राधा, कृपया मेरी कुरींट मिस्ट्री के बारे में ना बताएँ!"

    Mumbai, along the shores of the Arabian Sea, Ravi received a call in the late hours of the night. He was happy thinking he had misplaced his phone, but as soon as he turned on the phone, he recognized Radha's wallpaper. He immediately thought he would return his friend Radha's phone, but then he received a message from Amit - "Radha, please don't tell me about my 'current mystery'!"

  • रवि को उसे पेश किए गए मौके का पूरी तरह से उपयोग करने का ख्याल आया। वह चुपके से हंसते हुए, अमित की ओर से उत्तर दिया। "मेरे प्रिय अमित, मैंने कुरींट मिस्ट्री को जीवन में कभी नहीं देखा।" वहां से, एक श्रृंखला की शुरुआत हो गई। रवि और अमित के बीच मजाकिया पाठ संवाद ने उनकी दोस्ती को और भी मजबूत बनाया।

    Ravi thought of making full use of the opportunity presented to him. Quietly chuckling, he replied to Amit, "My dear Amit, I have never encountered a 'current mystery' in my life." From there, a series of conversations began. The humorous text exchanges between Ravi and Amit strengthened their friendship even more.

  • दिन बीतते गए और गपशप जारी रही। लेकिन, एक दिन रवि ने एक मेसेज पाठित किया जिसमें उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वह राधा का फोन उसे मिल गया है। अमित भ्रमित हो गया और तुरंत ही जवाब दिया, "क्या?! तुम्हारे पास राधा का फोन है? और तुमने इसे पिछले हफ्ते से क्यों नहीं वापस किया?"

    Days went by with gossip continuing. But one day, Ravi sent a message clearly stating that he had found Radha's phone. Amit was bewildered and immediately replied, "What?! You have Radha's phone? And why didn't you return it to her since last week?"

  • इसका अद्वितीय उत्तर था- "मैं सोच रहा हूं कि यह मेरे लिए कितना मनोरंजक है।" अमित का जवाब- "अरे पागल, राधा सोच रही है कि उसने अपना फोन खो दिया है!"

    His unique reply was, "I was thinking how entertaining it is for me." Amit responded, "Oh, you're crazy, Radha is thinking she lost her phone!"

  • रवि समझ गया कि उसकी मजाकिया परंपरा ने अब समय सीमा पार कर दी है। उसने तुरंत फोन बांधकर राधा के घर जाने का निर्णय लिया। जब उसने दरवाजा खोला, उसका स्वागत एक बड़ी मुस्कान के साथ हुआ। "तुमने मेरा फोन खोज लिया! तुम ही थे ना जिसने सब तरह के मजाकिया संदेश भेजे थे?"

    Ravi realized that his humorous tradition had now crossed the line. He immediately decided to call Radha and go to her house. When he opened the door, he was greeted with a big smile. "You found my phone! You were the one sending all those funny messages, right?"

  • रवि ने मुस्कुराकर खुद को बेखबर बताया, "शायद!" और राधा ने हंसते हुए कहा, "तुम बहुत बदमाश हो, रवि!" उन्होंने स्वीकार किया, "हां, लेकिन मैंने तुम्हें मजाक में आपके फोन को खोने के बारे में सोचने में मदद की!"

    Smiling innocently, Ravi said, "Maybe!" And Radha chuckled, "You're very mischievous, Ravi!" He admitted, "Yes, but I helped you think about losing your phone in jest!"

  • इसके बाद से, रवि अमित और राधा के बीच के संवादों को साझा करते रहे, उनकी दोस्ती और विश्वास एक दूसरे पर और भी मजबूत होता चला गया। हर किताब की तरह, इस कहानी का अंत भी था, परन्तु अब जब तक रवि अपने दोस्तों के साथ हैं, उसके पास हमेशा कुछ मजाकिया और हकीकत से ऊपर उठने के लिए है।

    Since then, Ravi continued to share exchanges between Amit and Radha, and their friendship and trust in each other only grew stronger. Like every book, this story also had an end, but as long as Ravi is with his friends, he always has something playful and beyond reality to rise above.

  • वह यही कहानी अमित और राधा से साझा करते हुए मुस्कुराया, "तुम लोगों से बेहतर कुछ नहीं हो सकता।" और उन्होंने सहमती से कहा, "और हमें तुमसे बेहतर दोस्त भी नहीं मिल सकता, रवि!" और ऐसे ही, एक आरामदायक और खुशहाल संतोषजनक संघर्ष की शुरुआत हुई।

    Sharing this story with Amit and Radha, Ravi smiled and said, "There can't be anything better than you guys." And in agreement, they said, "And we can't find better friends than you, Ravi!" And so, a comfortable and happy struggle began.